Basic Education DepartmentUttar Pradesh DBT Scheme FAQबेसिक शिक्षा विभाग, उत्तर प्रदेश DBT योजना FAQ
Q. हाल ही में, किस राज्य सरकार ने सभी राजकीय/परिषदीय एवं सहायता प्राप्त प्राथमिक/उच्च प्राथमिक विद्यालयों में कक्षा 1-8 में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को निःशुल्क यूनीफॉर्म, स्वेटर, स्कूल बैग, एवं जूता-मोजा के क्रय के समतुल्य धनराशि डी०बी०टी०(DBT) के माध्यम से उनके माता-पिता/अभिभावकों के बैंक खाते में अंतरित किए जाने के निर्देश दिए गए हैं?
A. उत्तर प्रदेश सरकार (Uttar Pradesh Government)
A. उत्तर प्रदेश सरकार (Uttar Pradesh Government)
Q. उक्त प्रक्रिया के अन्तर्गत छात्र छात्राओं की पात्रता को गत वर्ष की भाँति रखते हुए कितनी धनराशि माता-पिता/अभिभावकों के बैंक खाते में अंतरित किए जाने हैं?
- दो सेट यूनीफार्म हेतु प्रति सेट रू300 /- की दर से रू600/- की धनराशि
- स्वेटर के लिए रू200/- की धनराशि
- स्कूल बैग के लिए रू175 /- की धनराशि
- एक जोड़ी जूता एवं दो जोड़ी मोजा के लिए रू125 /- की धनराशि
Q. कुल - रू 1100 /- की धनराशि माता-पिता/अभिभावकों के बैंक खाते में कैसे हस्तांतरित की जाएगी?
A. कुल - रू 1100 /- की धनराशि उनके माता/पिता/अभिभावकों के आधार सीडेड बैंक खातों में पी०एफ०एम०एस० डी०बी०टी० माड्यूल द्वारा अंतरित की जा रही है। चूंकि पी०एफ०एम०एस० डी०बी०टी० मॉड्यूल द्वारा उक्त धनराशि के अन्तरण हेतु आधार बेस्ड भुगतान की प्रक्रिया अपनायी जा रही है अतः इस प्रक्रिया के अन्तर्गत धनराशि का अन्तरण उन्हीं बैंक खातों में किया जाना सम्भव हो पाएगा जो बैंक खाते आधार से सीडेड और सक्रिय होंगे।
Q. यूनीफॉर्म, स्वेटर, स्कूल बैग एवं जूता मोजा के रंग और डिजाइन कैसा होना अनिवार्य है?
A. यूनीफॉर्म, स्वेटर, स्कूल बैग एवं जूता मोजा के रंग और डिजाइन गत वर्ष की भाँति ही होना अनिवार्य है।
Q. डी०बी०टी० के उक्त कार्य में बैंक
से
माता-पिता / अभिभावकों हेतु सहयोग कैसे दिया जाएगा?
A. जनपद के लीड बैंक के माध्यम से सभी बैंकों की एक बैठक बुलाकर स्पष्ट निर्देश दिए जाएं कि उनके बैंकों की शाखाओं में जो भी माता-पिता / अभिभावकों के खाते आधार से सीडेड नहीं है, उन्हें अभियान चलाकर आधार से सीड करवाया जाए। साथ ही, जिनके बैंक खाते निष्क्रिय हो गए हैं, उन खातों को सक्रिय किया जाए। इस कार्य में जनपद के लीड बैंक का सहयोग प्राप्त किया जाए।
Q. डी०बी०टी० के उक्त कार्य में पंचायती राज विभाग
से
माता-पिता / अभिभावकों हेतु सहयोग कैसे दिया जाएगा?
A. पंचायती राज विभाग के सहयोग से ग्राम प्रधानों का ब्लॉक स्तर पर बैठकें आयोजित कर उन्हें अपने–अपने ग्राम पंचायतों में अभिभावकों को उक्त कार्य हेतु प्रेरित करने को कहा जाए इसी प्रकार बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग के सहयोग से माताओं को उक्त कार्य हेतु प्रेरित किया जाए।
Q.
डी०बी०टी० के उक्त कार्य में विद्यालय स्तर से
माता-पिता / अभिभावकों हेतु सहयोग कैसे दिया जाएगा?
A. विद्यालय स्तर पर अध्यापकों द्वारा समस्त अभिभावकों की बैठक बुलाकर उन्हें उक्त वर्णित कार्यों हेतु प्रेरित किए जाने के लिए राज्य परियोजना कार्यालय द्वारा जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित किया गया है तथा उक्त बैठक हेतु धनराशि भी प्रेषित की जा रही है। साथ हीं, एक हैंड-बिल का प्रारूप भी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को उपलब्ध कराया जा रहा है, जिसे खण्ड शिक्षा अधिकारियों के माध्यम से मुद्रित करा कर विद्यालय स्तर पर उपलब्ध कराया जाना है। विद्यालय के अध्यापकों द्वारा उक्त हैंड-बिल समस्त अभिभावकों को उपलब्ध कराया जाना है।
Q.
डी०बी०टी० के उक्त कार्य में जनपद स्तर,
तहसील अथवा ब्लॉक स्तर
से
माता-पिता / अभिभावकों हेतु सहयोग कैसे दिया जाएगा?
A. DBT की उक्त प्रक्रिया के सम्बन्ध में जनपद स्तर पर व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए। साथ ही, जिला, तहसील अथवा ब्लॉक स्तर पर होने वाले विभिन्न आयोजनों में भी उपर्युक्त कार्यक्रम का प्रमुखता से उल्लेख किया जाए, जिससे अधिक से अधिक लोगों को इस संबंध में जागरूक किया जा सके। तहसील दिवस अथवा थाना दिवस के अवसर पर बैंकों द्वारा स्टॉल लगाकर अभिभावकों के खातों को आधार से सीड करने की प्रक्रिया अपनाई जा सकती है। साथ हीं, बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा उक्त अवसरों पर स्टॉल लगाकर अभिभावकों को डी०बी०टी० से प्राप्त धनराशि को निर्धारित मदों में ही व्यय किए जाने हेतु प्रेरित किया जाए।
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